क्रांतिवीरों की शौर्य गाथा, खण्डेलवाल सेवा सदन, गोवर्धन रोड, मथुरा
क्रांतितीर्थ कार्यक्रमों की एक शृंखला मात्र नहीं है, अपितु ये एक अभियान है उन बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने का जिन्होंने अनेक कष्ट सहे, अपना जीवन, अपना सर्वस्व देश की स्वतंत्रता के लिए, स्वराज की, स्वधर्म की भावना के लिए समर्पित कर दिया, फिर भी वे इतिहास के पृष्ठों में अनाम रह गए, अल्पज्ञात रह गए। इसी अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशन में सीएआरडीसी यानी सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च ऑन डेवलपमेंट एंड चेंज द्वारा संस्कार भारती के सहयोग से संचालित क्रांतितीर्थ कार्यक्रम का आयोजन खंडेलवाल सेवा सदन, गोवर्धन रोड मथुरा में 5 जुलाई को सायं 5:30 से प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम में गुमनाम और अल्पज्ञात रहे क्रांतिकारियों के परिवारों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। आजादी के अमृत महोत्सव पर संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा बनाई लघु फिल्मों का प्रदर्शन के पश्चात् उपस्थित अतिथियों परिचय एवं सम्मान किया गया।
राष्ट्र क्रांतिवीर कवि श्री कृष्ण सरलजी के सुपुत्र श्री धर्मेंद्र सरल जी ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने सरल जी के बारे में एवं देशभक्ति से ओतप्रोत उनकी भावनाओं से सभा को अवगत कराया। अपने पुरखों के बलिदानों को भी याद दिलाया जहां अंग्रेजों ने उनके साहस और वीरता को कुचलने के लिए पूरे के पूरे गांव को मौत की नींद सुला दिया। सरल जी की देशभक्ति से ओतप्रोत कविता का पाठ भी उनके सुपुत्र श्री धर्मेंद्र सरल ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रुप में जम्मू कश्मीर अध्य्यन केेंद्र के निदेशक आशुतोष भटनागर तथा विशिष्ट अतिथि देवेंद्र शर्मा अध्यक्ष, बाल कल्याण आयोग तथा खण्डेलवाल सेवा सदन के अध्यक्ष मुकेश खंडेलवाल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ। कवि श्रीकृष्ण सरल के सुपुत्र धर्मेंद्र सरल ने सभा को संबोधित करते हुए अपने पुरखों के बलिदानों को याद दिलाया। मथुरा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों रामजीदास गुप्त, बृजेंद्र केशोरिया, ठाकुर प्रताप सिंह, जुगल किशोर आचार्य, बुद्धि लाल, मदन गोपाल सौदागर, गिरिधर लाल भाटिया, राम हेत सिंह, शिव शंकर उपाध्याय एवं शांति देवी आचार्य के परिवार जनों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र के निदेशक आशुतोष भटनागर ने संस्कृति मंत्रालय की क्रांतितीर्थ के पहल पर प्रकाश डाला तथा अनाम, अल्पज्ञात और अज्ञात बलिदानियों के योगदान से सभा को अवगत कराया।
जनपद मथुरा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों श्री राम जी दासगुप्त, श्री बृजेंद्र कैशोरिया, श्री ठाकुर प्रताप सिंह, श्री जुगल किशोर आचार्य, श्री बुद्धि लाल, श्री मदन गोपाल सौदागर, श्री गिरिधर लाल भाटिया, श्री राम हेत सिंह, श्री शिव शंकर उपाध्याय एवं श्रीमती शांति देवी आचार्य के परिवार जनों को सम्मानित किया गया। गीत-संगीत, चापेकर बंधुओं पर नाटिका एवं रंगोली के माध्यम से सभी आंदोलनकारियों की स्वतंत्रता आंदोलन में रही भूमिका से सभा को आत्मसात कराया गया।
कार्यक्रम के आचार्य मुख्य वक्ता जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र के निदेशक श्री आशुतोष भटनागर जी ने संस्कृति मंत्रालय की क्रांतितीर्थ की पहल पर प्रकाश डाला तथा अनाम, अल्पज्ञात और अज्ञात बलिदानियों
के महँ योगदान से सभा को अवगत कराया। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री देवेंद्र शर्मा जी, अध्यक्ष बाल कल्याण आयोग, उत्तर प्रदेश और श्री मुकेश खंडेलवाल, अध्यक्ष, खंडेलवाल सेवा सदन मथुरा कार्यक्रम को सुशोभित ने किया ।
समारोह में श्री ललित जी, डायरेक्टर केशव धाम, सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च ऑन डेवलपमेंट एंड चेंज की ओर से डॉ शुचि यादव, डॉ अमृता शिल्पी, श्री अमिताभ ठाकुर, श्री प्रदीप डबराल, संस्कार भर्ती की ओर से श्री बांकेलाल गौड़,श्री ओम प्रकाश बंसल, श्रीगजेंद्र शर्मा, श्री शिवकुमार गुप्त, श्री जयप्रकाश शर्मा, श्री रोशन लाल जी, श्रीमती माधुरी शर्मा, श्री अमित जैन, श्री देवेंद्र राठौर की उपस्थिति रही ।